जहां सिसकती राख चिता की वहीं ईद-दिवाली आज साथ मना लें। जहां सिसकती राख चिता की वहीं ईद-दिवाली आज साथ मना लें।
अपनेपन वाला स्वाद अब क्यों नहीं मिलता ? अपनेपन वाला स्वाद अब क्यों नहीं मिलता ?
रोते को हँसाती टीचर माँ सा स्नेह लुटाती टीचर। रोते को हँसाती टीचर माँ सा स्नेह लुटाती टीचर।
नेक बनेंगे एक बनेंगे, भेद नहीं हम प्यार करेंगे याद करेंगे सारे मजहब, हम ऐसा व्यवहार करेंगे नेक बनेंगे एक बनेंगे, भेद नहीं हम प्यार करेंगे याद करेंगे सारे मजहब, हम ऐसा व...
"सर्वे भवन्तु सुखिनःहमारी शान है हम भारतीयों की यही तो पहचान है। "सर्वे भवन्तु सुखिनःहमारी शान है हम भारतीयों की यही तो पहचान है।
नन्हीं हथेली में परोसकर बचपन की भूख मिटाई। नन्हीं हथेली में परोसकर बचपन की भूख मिटाई।